डाउनस्ट्रीम एवं रीसाइक्लिंग प्रभाग एल्युमिनियम एवं उसकी मिश्रधातुओं के गुणों और प्रक्रियाओं की खोज, समझ और सुधार के लिए अनुप्रयोग-उन्मुख अनुसंधान करता है। यह मौजूदा सामग्रियों में नई कार्यक्षमताओं के विकास, संसाधन दक्षता के अनुकूलन, और बेहतर प्रदर्शन वाली सामग्रियों के अभियांत्रिकी पर केंद्रित है।
मुख्य क्षेत्र में संरचना–गुण सहसंबंध, डाई डिज़ाइन, प्रक्रिया सिमुलेशन, एल्युमिनियम एक्सट्रूज़न, एनोडाइजिंग, और उद्योग द्वारा उत्पन्न अपशिष्ट का पुनर्चक्रण शामिल हैं। यह प्रभाग एल्युमिनियम उद्योग के लिए प्रमाणित संदर्भ सामग्री (Certified Reference Materials – CRMs) भी तैयार करता है।
यह माइक्रोस्ट्रक्चर विश्लेषण (OM, SEM), यांत्रिक परीक्षण (हार्डनेस, UTM), और विद्युत चालकता, सतह की खुरदरापन एवं कोटिंग मोटाई के मूल्यांकन के लिए उन्नत सुविधाओं से सुसज्जित है। एल्युमिनियम एक्सट्रूज़न उद्योगों की अनुसंधान एवं विकास आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 1400 टन हाइड्रॉलिक एक्सट्रूज़न प्रेस की एक राष्ट्रीय सुविधा, विशेष सॉफ़्टवेयर द्वारा समर्थित, उपलब्ध है।
यह प्रभाग खनन मंत्रालय और नीति आयोग को नीतिगत कार्यों में सहयोग करता है और प्राथमिक, द्वितीयक एवं डाउनस्ट्रीम गैर-लौह धातु उद्योगों (Al, Cu, Pb और Zn) में सततता एवं अपशिष्ट उपयोग के लिए ज़ीरो वेस्ट मैनेजमेंट नीति, राष्ट्रीय गैर-लौह धातु स्क्रैप रीसाइक्लिंग फ्रेमवर्क एवं संबंधित दिशानिर्देश दस्तावेजों के मसौदे में योगदान दे चुका है। खनन मंत्रालय द्वारा सौंपे गए दायित्व के तहत, डाउनस्ट्रीम प्रभाग के अंतर्गत एक समर्पित रीसाइक्लिंग प्रभाग स्थापित किया गया है, जो एल्युमिनियम, कॉपर, सीसा एवं जिंक क्षेत्रों में रीसाइक्लिंग को बढ़ावा देने और परिपत्र अर्थव्यवस्था (Circular Economy) की दिशा में परिवर्तन को सुगम बनाने के लिए कार्यरत है।