हमारे सभी पाठकों, शुभचिंतकों और सहयोगियों को हार्दिक अभिवादन। वर्ष 2024 की शुरुआत एल्युमिनियम बाजार के लिए कई घटनाओं और चुनौतियों के साथ हुई है, जिसने कीमतों को विपरीत दिशाओं में प्रभावित किया है। रूसी धातुओं के आयात पर यूरोपीय संघ द्वारा और अधिक व्यापक प्रतिबंध लगाए जाने की संभावनाओं ने यूरोपीय प्रीमियम दरों को ऊपर की ओर धकेल दिया है, जबकि वर्ष 2023 का अधिकांश समय कीमतों में गिरावट के साथ बीता। रेड सी संकट के बढ़ने से आपूर्ति से जुड़ी समस्याएं और गंभीर हो गई हैं। कमजोर मांग के चलते कीमतों पर दबाव बने रहने की संभावना है। हालांकि, हरित धातु (Green Metal) की मांग में वृद्धि होने की संभावना है और इस दिशा में अनुसंधान एवं पुनर्चक्रण (R&D एवं Recycling) में जेएनएआरडीडीसी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रहेगी।
जेएनएआरडीडीसी की ओर से, मैं इस अवसर पर श्री वी. एल. कंठा राव, आईएएस, सचिव, खान मंत्रालय, भारत सरकार का हार्दिक स्वागत करता हूँ और उनके नए दायित्व में पूर्ण सफलता की शुभकामनाएं देता हूँ।
मैं अपने सहयोगियों तथा अन्य उद्योगों से जुड़े सह-आविष्कारकों को 25 पेटेंट फाइल करने के लिए बधाई देता हूँ, जिनमें से अब तक 20 पेटेंट स्वीकृत किए जा चुके हैं। ये स्वीकृत पेटेंट भविष्य में प्रौद्योगिकी के व्यावसायीकरण का मार्ग प्रशस्त करेंगे। जेएनएआरडीडीसी ने "आजादी का अमृत महोत्सव (AKAM)" के तहत पैन इंडिया स्तर पर जन-जागरूकता कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किए। इसमें 84 अपशिष्ट उपयोग एवं स्क्रैप पुनर्चक्रण अभियान (एल्युमिनियम, तांबा, सीसा, जिंक और स्टील) शामिल थे, साथ ही उद्योग भ्रमण और विदर्भ क्षेत्र के 11 जिलों की 5 महाविद्यालयों एवं 22 जिला परिषद स्कूलों में जागरूकता सम्मेलन भी आयोजित किए गए। इस कार्यक्रम को जिलाधिकारियों, शिक्षा अधिकारियों और स्कूली बच्चों से अत्यंत उत्साहजनक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई। जेएनएआरडीडीसी ने भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) 2023 में सक्रिय भागीदारी की, जो 14 से 27 नवम्बर, 2023 तक प्रगति मैदान, नई दिल्ली में आयोजित हुआ था। खनन मंडप को "सबसे लोकप्रिय मंडप" श्रेणी में रजत पुरस्कार (Silver Award) से सम्मानित किया गया। स्कूली छात्रों के लिए धातुओं के पुनर्चक्रण पर आयोजित कार्यशालाओं को भी अत्यधिक सराहना मिली।
MSME और स्टार्ट-अप्स को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, खान मंत्रालय ने जेएनएआरडीडीसी को S&T-PRISM फंडिंग कार्यक्रम के लिए क्रियान्वयन एजेंसी नामित किया है। यह कार्यक्रम नवाचार आधारित प्रौद्योगिकियों/उत्पादों/सेवाओं के विकास और व्यावसायीकरण के बीच एक सेतु के रूप में कार्य करेगा, वह भी अपेक्षाकृत सुविधाजनक एवं सरल प्रक्रिया के माध्यम से जेएनएआरडीडीसी इस दिशा में आगे बढ़ते हुए एक इनक्यूबेशन सेंटर बनने की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर रहा है, ताकि इस नवाचार भावना को और अधिक प्रोत्साहन मिल सके।
मैं सभी हितधारकों का जेएनएआरडीडीसी आने हेतु स्वागत करता हूँ और आमंत्रित करता हूँ कि वे हमारे साथ जुड़कर यहाँ उपलब्ध सुविधाओं और विशेषज्ञता का लाभ उठाते हुए अनुसंधान एवं विकास (R&D) से अधिकतम लाभ प्राप्त करें।
आपके निरंतर समर्थन के लिए धन्यवाद। सुरक्षित और स्वस्थ रहें.
जय हिन्द !